हमने दो लाइन शायरी (दो लाइन शायरी) पोस्ट की हैं। आप यहां 2 लाइन शायरी में गहरे अर्थ वाली छोटी शायरियों का सबसे बड़ा संग्रह पढ़ सकते हैं। दिल को छू लेने वाली सभी नई दो लाइन हिंदी शायरी (Two line hindi shayari) इन छोटी-छोटी शायरियों को व्हाट्सएप और फेसबुक पर दो लाइन स्टेटस को Share kare ।
खूबसूरती की तारीफ Shayari
ऐसा नहीं कि दिल में तेरी तस्वीर नही थी..
बस हाथों में तेरे नाम की growthinsta लकीर नही थी।
तेरी एक झलक के लिए तरस जाता हूं,
खुश किस्मत हैं वो लोग जो तुझे रोज देखते हैं!
क्या फ़र्क पड़ता है असल में हम कैसे हैं,
जिसने जैसी सोच बना ली उसके लिए हम वैसे हैं।
ख़ूबसूरती दिल और ज़मीर में होनी चाहिए..!!
लोग बेवजह शक्ल और कपड़ों में टटोलते है
Two Line Shayari Instagram In Hindi
न किस्सों मे है, और न किस्तों मे है…
जिंदगी की ख़ूबसूरती चंद सच्चे रिश्तों मे है.
खूबसूरती की इंतहा बेपनाह देखी..
जब मेने मुस्कुराती हुई “माँ” देखी…
खूबसूरती खुशी दे या न दे…
पर खुशी खुबसूरती को निखार जरूर देती है..
ऐसे ज्ञान, समझ, मान्यता, ताकत, ज़िद व खूबसूरती का भी क्या फायदा….
जो किसी और के छोड अपने भी समय पर काम न आये..
2 Line Shayari In Hindi
उन्हें कल हैरानी हुई हमे इस हाल में देख कर…
के भला टूट कर भी कोई इतना मुस्कुराता है क्या…
भर जायेंगे जख्म मेरे भी तुम जमाने से जिक्र मत करना…
मै ठीक हूं तुम दुबारा कभी मेरी फिक्र मत करना…
ऐसी गज़ब की ख़ामोशी देखी नही कहीं..
दोनो यहीं पर हैं, मगर कोन गया पता नही…
के देख के मेरी हालत को जब वो मुस्कुराने लगे..
खूब रोए थे हम जब वो बिछड़ के ऐसे जाने लगे…
सब तरह की दीवानगी से वाकिफ हुए हैं हम…
पर मां जैसा चाहने वाला जमाने भर में ना है..
मै क्या बताऊं कैसी परेशानियों में हूं…
काग़ज़ की एक नाव हूं और पानियों में हूं…
इक शख़्स.. कुछ लम्हे.. कई यादें बतौर इनाम मिले…
इक सफर पर निकले और तजुर्बे तमाम मिले…
कुछ तो बात है जो मुझे खोने से डरते हो..
मेरे ना होकर भी मेरे होने के लिए मरते हो..
लग गया हूं ख़ुद को ख़ुद से मिलाने में…
गुम हो गया था मैं मोहब्बत के किसी फसाने में…
वो इस अंदाज़ में मुझसे मोहब्बत चाहती है,
मेरे ख्वाब में भी अपनी हुकूमत चाहती है.!!
मेरा सबसे प्यारा एहसास हो तुम,
दूर हो लेकिन मेरे दिल के पास हो तुम।
Tu khaas hai mere liye, aam nahi
Gahrai bahut hai rishte me, bas koi naam nahi.
कुछ इस तरह से हमारी बातें कम हो गई
कैसे हो से शुरू और ठीक हूं पर खत्म हो गई।
जब हम नज़र ना आएं तो मत घबराना तुम,
कुछ दिन आसूं बहाकर किसी और के हो जाना तुम।
शाम तक सुबह की नज़रों से उतर जाते हैं,
इतने समझौतों पर जीते हैं कि मर जाते हैं..
सौदा करते हैं लोग यहाँ एहसासों के बदले,
तुम वफ़ा की तलाश में बिक नहीं जाना।
दो लाइन शायरी
तबियत अपनी घबराती है जब सुनसान रातों में
हम ऐसे में तिरी यादों की चादर तान लेते हैं
बे-नाम सा ये दर्द ठहर क्यों नही जाता,
जो बीत गया है वो गुज़र क्यों नही जाता।
गुलों में रंग भरे बाद-ए-नौ-बहार चले
चले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चले।।
छूटे हुए हाथों का छूटना अब और नही अखरता
पड़ चुका है अब फ़र्क इतना कि अब फ़र्क नही पड़ता !!
तेरी एक झलक के लिए तरस जाता हूं,
खुश किस्मत हैं वो लोग जो तुझे रोज देखते हैं!
कुछ टूटे हैं ख़्वाब मेरे कुछ को अब भी बुन रहा
जो उठ रही आवाज़ें मुझ पर उनको भी सुन रहा।
लफ्जों में क्या लिखूं उस रब की तारीफ में,
जो मांगू तो नवाज़ देता है, न मांगे तो बेहिसाब देता है।
मोहब्बत सरेआम नही बस एहसास होना चाहिए,
हम उन्हे चाहते हैं ये पता सिर्फ उन्हें होना चाहिए।
शेर-ओ-सुखन क्या कोई बच्चों का खेल है?
जल जातीं हैं जवानियाँ लफ़्ज़ों की आग में।
Two Line Shayari in Hindi
हद से बढ जाए ताल्लुक तो गम मिलते हैं,
हम इसी वास्ते हर शख्स से कम मिलते हैं..
तुम से बिछड़ के कुछ यूँ वक्त गुजारा,
कभी जिंदगी को तरसे कभी मौत को पुकारा।।
अपनी मर्जी से कहाँ अपने सफ़र के हम हैं
रुख़ हवाओं का जिधर का है उधर के हम हैं
ज़रूरी तो नहीं कि शायरी सिर्फ़ आशिक़ ही करें,
ज़िंदगी भी कुछ ज़ख्म बेमिसाल दे जाती है।
मै तो आबाद ही होता हूं उजड़ने के लिए,
देखें इस बार कौन मिले बिछड़ने के लिए,,
जिंदगी संवारने को तो सारी जिंदगी पड़ी है,
अभी बस वो लम्हा संभाल लो.. जहां जिंदगी खड़ी है।
वो भी जिंदा हुआ, मै भी जिंदा हूं,
कत्ल सिर्फ़ इश्क़ का हुआ है..!!
दिल ना उम्मीद तो नही….नाकाम ही तो है,
लंबी है गम की शाम मगर शाम ही तो है…
रास्ता सुनसान था तो मुड़ के देखा क्यूं नही
मुझ को तन्हा देखकर उसने पुकारा क्यों नही
वो चंद लम्हे जो गुजरे तेरे साथ,
न जाने कितने बरस मेरे काम आयेंगे..
जरा जरा सी बात पर तकरार करने लगे हो,
लगता है तुम मुझे बे-इंतिहा प्यार करने लगे हो..
रंग देखने को तब मिलते हैं बड़े नसीब से,
जब गुजरना पड़ता है किसी के बेहद करीब से..
Heart Touching Two Line Shayari in Hindi
तुम रुठ गए तो दिक्कत हो जाएगी,
अगर मैंने मनाया तो मोहब्बत हो जायेगी,
गहराई जख्म की किसी को दिखाता नही हूं,
माफ़ तो कर देता हूं मगर मैं भुलाता नही हूं..
कभी लौट आएं तो पूछना नही देखना उन्हे गौर से
जिन्हें रास्ते में ख़बर हुई कि ये रास्ता कोई और है।
Bhar jayenge jakhm mere bhi tum jamane se jikr mat karna,
Main theek hoon tum dubara kabhi meri fikr mat karna.
काट कर गैरों की टांगे, खुद लगा लेते हैं लोग,
इस शहर में इस तरह भी कद बढ़ा लेते हैं लोग…
बिछड़ कर फिर मिलेंगे यकीन कितना था
ख्वाब ही था मगर हसीन कितना था।।
जो चाहती दुनिया है वो मुझ से नही होगा.
समझौता कोई ख़्वाब के बदले नही होगा…
रहे न कुछ मलाल बड़ी शिद्दत से कीजिए…
नफ़रत भी कीजिए ज़रा मुहब्बत से कीजिए..!!
प्यार, एहसास, हँसी और शरारत बनाए रखना
खुद में जरा सा बच्चा हर हाल में बचाए रखना।
ज़माने की ये गर्दिशें परेशां करती हैं,
कोई ले चले जहाँ नफस का फ़साना न हो।
मैं खुद दुनिया से कह दूंगा,
कमी मेरी वफ़ा में थी।
मैंने कब कहा तुम मिल जाओ मुझे,
गैर ना हो जाना बस इतनी सी हसरत है…
कुछ शिकायतें बनी रहें तो बेहतर हैं
चाशनी में डूबे रिश्ते वफादार नही होते।
हजारों ख्वाहिश ऐसी कि हर ख्वाहिश पे दम निकले,
बहुत निकले मिरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले।।
इस उदास चेहरे को छुपाने की कोशिश करता रहता हूं,
प्यार तुमसे अब भी है ये बताने की कोशिश करता रहता हूं..
Mujhko padhna ho to, meri shayari padh lena,
Beshaq lafz bemisaal na sahi, par zazbat lajwab honge !!
समझ रहे हैं मगर बोलने का यारा नही
जो हम से मिल के बिछड़ जाए वो हमारा नही
Ek tarasi hui nigaahen ishaare me kah gai..
Dil le gaye ho tum bas jaan rah gai..!
इस छोटे से दिल में किस किस को जगह दूं मैं,
गम रहे दम रहे फरियाद रहे या तेरी याद।
खूबसूरत दो लाइन शायरी
कुछ भी बचा ना कहने को हर बात हो गई
आओ कहीं शराब पिए रात हो गई।
ऐसा नहीं कि दिल में तेरी तस्वीर नही थी..
बस हाथों में तेरे नाम की लकीर नही थी।
कभी उसे पढ़ा तो कभी उसे याद किया
ये जिंदगी तू देख कैसे इक प्यार की खातिर खुद को बर्बाद किया..
धीरे धीरे ढलते सूरज का सफ़र मेरा भी है
शाम बतलाती है मुझ को एक घर मेरा भी है।।
मेरी उदासियां तुम्हे कैसे नजर आएंगी
तुम्हे देखकर तो हम मुस्कुराने लगते हैं।
क्या फ़र्क पड़ता है असल में हम कैसे हैं,
जिसने जैसी सोच बना ली उसके लिए हम वैसे हैं।
भूल जाऊं मैं तुम्हे, लोग मुझसे ये आसानी से कह देते हैं,
शायद खेल समझते हैं इश्क़ को वो, इसलिए इसे मुंह ज़ुबानी कह देते हैं।
हम लड़-झगड़कर एक दूसरे से, खुद से नाराज़ रहते हैं
उसको कह दिया मैसेज मत करना कभी, और हम इंतज़ार में रहते हैं।
ज़मीन पर मेरा नाम वो लिखते और मिटाते हैं,
वक्त उनका तो गुज़र जाता है, मिट्टी में हम मिल जाते है
खूबसूरत दो लाइन शायरी Love
दूरियां जब बढ़ी तो गलतफहमियां भी बढ़ गईं,
फिर उसने वो भी सुना जो मैने कहा ही नहीं।
कोई कहता है मूरत में, कोई कहता है आसमान में रहता है,
और मुझ जाहिल को लगता था, खुदा हर इंसान में रहता है।
आंख से दूर न हो दिल से उतर जाएगा
वक्त का क्या है गुज़ारता है गुज़र जायेगा..
ये दिल डूबेगा समंदर में किसी के,
हम भी तो लिखे होंगे मुकद्दर में किसी के
वक्त भी…कैसी पहेली दे गया…
उलझने सौ… जां अकेली दे गया…
बेशुमार जख्मों की मिसाल हूं मैं,
फिर भी हंस लेता हूं कमाल हूं मैं!!
जहर दिल में है जुबां गुड की डली है यारों
ये जो दुनिया है बस ऊपर से भली है यारों
तुम्हे पाकर भी खुश न था, तुम्हे खोने का भी गम है
तेरे जाने के बाद भी, ‘तेरा’ होने का गम है।
Samjh rahe hain magar bolane ka yaara nahi
Jo ham se mil ke bichhad jaaye wo hamara nahi.
किसी एक की चाहत बनो हर किसी की तमन्ना नही,
जो मजा उस एक के इश्क में है वो नशा किसी और में नही..
राह तकते जब थक गई आंखे
फिर तुझे ढूंढने मेरी आंख के आसूं निकले..
ज़िंदगी रोज़ कोई ताज़ा सफ़र मांगती है
और थकान शाम को अपना घर मांगती है।
हर कदम साथ चलने वाले हम कहीं खो गए
इतने करीब थे हम और अब अजनबी हो गए
औरों का बताया हुआ रस्ता नही चुनते
जो इश्क़ चुना करते हैं, दुनिया नही चुनते।
कल तक था जो प्यार वो आज अनजान बन गया
मोहब्बत का वो इक किस्सा, जो आज सूली चढ़ गया।।
एक तरसी हुई निगाहें इशारे में कह गई..!
दिल ले गए हो तुम बस जान रह गई..!
बदले बदले से रहते हैं वो इन दिनों,
वो बात तो करते हैं पर बातें नही करते।
राहें खुश्क हों कितनीं, क़दम मेरा हर चुस्त हो मौला
नज़र कमज़ोर बेशक हो नज़रिया दुरुस्त हो मौला
गमगीन शायरी दो लाइन
मेरी तन्हाई देखेंगे तो हैरत ही करेंगे लोग
मोहब्बत छोड़ देंगे या मोहब्बत ही करेंगे लोग।
एक शख्स की खातिर हंसना छोड़ देते हैं…
इश्क़ में ठुकराए हुए.. अक्सर जीना छोड़ देते हैं..!
Zaruri to nahi ki shayari sirf aashiq hi Karen,
Zindagi bhi kuch zakhm bemisaal de jati hai.
मुहब्बत बुरी है बुरी है मुहब्बत,
कहे जा रहे हैं, किये जा रहे हैं…
बेर-सबब बात बढ़ाने की जरूरत क्या है
हम खफा कब थे मनाने की जरूरत क्या है।
तब से मोहब्बत हो गई है खुद से
जब से उसने कहा अच्छे लगते हो।
सारी दुनिया से मुलाकातें एक तरफ
तेरे साथ बैठना तुझे देखना एक तरफ़।
zindagi roz koi taaza safar mangati hai
aur thakaan shaam ko apana ghar mangati hai.
तेरी याद आती है तो दिन में कई बार रो लेते हैं हम,
तेरी तस्वीर को देख कर हर बार तुझे खो लेते हैं हम।
वो एक बात जिसे बोलने को मरते थे
वो एक बात हमें बोलनी नही आई।
मुस्कुराहट की बनावट में छुपाए हमने गम,
दिखावट की हंसी से दुनिया के सामने खड़े हैं हम
खबर नही लगी ऐसा साथ छोड़ा है उसने,
बड़ी नज़ाकत के साथ ये दिल तोड़ा है उसने।
कैसे करूं मैं साबित तुम याद बहुत आते हो,
एहसास तुम समझते नही और अदाएं हमें आती नहीं।
किस्मत के तराज़ू में तौलो तो फ़कीर हैं हम,
दर्द ए दिल में हम से नवाब नही कोई
वो अदा करे तो शुक्र उसका, न दे तो मलाल नही
मेरे रब के फैसले कमाल के हैं, उन फैसलों पर सवाल नही
बंदगी की और मोहब्बत को खुदा लिखा,
बस यही वजह थी कि वो शख्स मुझसे जुदा मिला।।
जिस्म खुश, रूह उदास लिए फिरते हो
ये किस किस्म की मोहब्बत किए फिरते हो।
खामोशियां भी देखी हैं हमने और गहरी उदासियां भी
इन शामों के मुकद्दर में आजकल तन्हाईयां बहुत हैं।।
शिकायतें बहुत हैं तुमसे पर अब वो बात नही,
मिलना चाहता हूं तुमसे पर अब वो जज़्बात नही।।
नज़र, नमाज़, नज़रिया सब कुछ बदल गया
इक रोज़ मुझे इश्क़ हुआ और मेरा खुदा बदल गया..
ज़िंदगी थोड़ी बेहतर होती अगर तुम ज़िंदगी से जाते ही नहीं,
थोड़ी ज़्यादा बेहतर होती अगर तुम ज़िंदगी में आते ही नहीं।
जिंदगी की शायरी 2 line
मै तो चाहता हूं हमेशा मासूम बने रहना,
ये जो दुनिया है समझदार किए जाती है।
तुम फरमाइश तो करो हम सुनेंगे जरूर,
भले पूरा न कर सके लेकिन कोशिश करेंगे जरूर।
चेहरे पर खुशी छा जाती है आंखों में सुरूर आ जाता है
जब तुम मुझे अपना कहते हो अपने पे गुरुर आ जाता है
सब कर लेना लम्हें ज़ाया मत करना
गलत जगह पर जज़्बे ज़ाया मत करना।
हवा चुरा ले गई मेरी शायरी की किताब,
देखो आसमां पढ़ के रो रहा है बेहिसाब आज।
दरख़्त ऐ नीम हूं मेरे नाम से घबराहट तो होगी,
छांव ठंडी ही दूंगा बेशक पत्तों में कड़वाहट तो होगी.
तू खास है मेरे लिए, आम नही
गहराई बहुत है रिश्ते में, बस कोई नाम नहीं।
बात रोने की लगे और हंसा जाता है
यूं भी हालात से समझौता किया जाता है।
तेरी बातें ही सुनाने आए
दोस्त भी दिल ही दुखाने आए।
खाली पन्नो की तरह दिन पलटते जा रहे हैं,
खबर नही की ये “आ रहे हैं” या “जा रहे हैं”..!
न जाने कौन सी शिकायतों का हम शिकार हो गए,
जितना दिल साफ रखा उतना गुनहगार हो गए।
जो लोग दूर जाने के बाद भी सता रहे हैं,
प्यार क्या होता है, असल में ये हमे बता रहे हैं..
इंस्टाग्राम 2 लाइन
गमों की मुझ पर कुछ ऐसी नजर हो गई,
जब भी हम हंसे ये आँखें नम हो गई !!
तड़प कर गुज़र जाती है हर रात आखिर
कोई याद ना करे तो क्या सुबह नही होती
मै ना नज़र आऊं और बेचैन हो जाओ तुम
इश्क में ऐसा मुकाम चाहिए मुझे।
ख्वाब बोए थे और अकेलापन काटा है,इस मोहब्बत में यारों बहुत घाटा है।
जिंदगी होगी तो कल फिर फिकर होगी तेरी,
अगर इसी रात हम चल बसे तो ख्याल रखना अपना..!
जो गैर थे वो इसी बात पर हमारे हुए
कि हम से दोस्त बहुत से बे-खबर हमारे हुए।
तितली से दोस्ती न गुलाबों का शौक है
मेरी तरह उसे भी किताबों का शौक है।
मुझको पढ़ना हो तो, मेरी शायरी पढ़ लेना,
बेशक लफ्ज़ बेमिसाल ना सही, पर जज़्बात लाजवाब होंगे !!
हमें पता है तुम कहीं और के मुसाफ़िर हो,
जरा ठहर जाओ बस फिर चले जाना।
दिल की तकलीफ़ कम नही करते,
अब कोई शिकवा हम नही करते…
कौन है जिसमे कमी नहीं होती,
आसमान के पास भी तो जमीं नही होती..
हवा से कह दो कि “खुद को आजमा के दिखाये,
बहुत चिराग़ बुझाती है, “एक जला के दिखाए.
जो मिल गया उसी को मुकद्दर समझ लिया
जो खो गया मैं उसको भुलाता चला गया।
यूं तो हर शाम उम्मीदों में गुजर जाती है,
आज कुछ बात है जो शाम पे रोना आया।।
होशियारी दिल-ए-नादान बहुत करता है
रंज कम सहता है एलान बहुत करता है।
कभी देर रात बात करते करते अचानक सो जाते थे
आज उन्ही बातों को याद करते रात को जागा करते हैं।
कितनी मोहब्बत है तुमसे, कोई सफाई नही देंगे,
साए की तरह रहेंगे तेरे साथ, पर दिखाई नही देंगे..!!
माना की मरने वालों को भुला देते हैं सभी..!
मुझे जिंदा भूलकर तुमने तो कहावत ही बदल दी.!!
सुलगते लम्स की खुशबू हवा में छोड़ गया,
वो जो हमसफर था, सफर में छोड़ गया…
अब नही होती किसी से भी परेशानी मुझे
कितनी मुश्किल से हुई हासिल ये आसानी मुझे।।
अगर, मगर, और काश में हूं…
फिलहाल मैं अपनी ही तलाश में हूं…
मै लोगों से मुलाकातों के लम्हें याद रखता हूं
बातें भूल भी जाऊं पर लहजे याद रखता हूं।
आसमां इतनी बुलंदी पे जो इतराता है
भूल जाता है जमीं से ही नज़र आता है।
सोचा नही था जिंदगी में ऐसे भी फसाने होंगे,
रोना भी जरूरी होगा और आसूं भी छुपाने होंगे।
दुआ करो की मै उसके लिए दुआ हो जाऊं,
वो एक शख्स जो दिल को दुआ सा लगता है।।
चुपके चुपके रात दिन आसूं बहाना याद है
हम को अब तक आशिक़ी का वो ज़माना याद है।।
कोशिश बहुत की के राज-ए-मोहब्बत बयां न हो,
पर मुमकिन कहां है के आग लगे और धुंआ न हो..!!
क्या ही फर्क पड़ा है किसी को तुम्हारे नाराज़ होने से,
वक्त के साथ बदल जाओ, इतना बर्बाद होने से।
जिंदगी का सच शायरी
मानता ही नहीं ये दिल तुम्हे भूलने को
मै हाथ जोड़ता हूं तो पांव पकड़ लेता है।।
कैसा अज़ीब रिवाज़ दुनिया का हो चला
खुश दिखना खुश होने से ज़रूरी हो गया।
मुद्दतों बैठे रहे हम तेरे एहसास के साथ
दूर के दूर रहे और पास के पास…
न रूठने का डर न मनाने की कोशिश
दिल से उतरे हुए लोगों से शिकायतें कैसी।
हिंदी शायरी दो लाइन
हम तो मोहबत के नाम से भी अनजान थे,
एक शख्स की चाहत ने पागल बना दिया!
“तुम्हे देखने का “जुनून” और भी होता है,
जब तुम्हारे “मासूम चेहरे” पर “ज़ुल्फ़ों” का पहरा होता है
“उसके ख्यालों से “रंग” गयी है रूह तक मेरी,
अब किसी और का “ख्याल” आये तो आये कैसे”
कौन कहता है संवरने से बढ़ती है खूबसूरती…
दिलों में चाहत हो तो चेहरे यूँ ही निखर आते है..!!
“दुनिया को लगते हैं बुरे अंदाज मेरे,
लोग कहाँ जानते हैं गहरे राज़ मेरे”
“सब जानते हुए भी, क्या कमाल पूछते हो,
मुझे क़त्ल करके मेरा हाल पूछते हो”
“कि पता पूछ रहा हूँ मेरे सपने कहाँ मिलेंगे?
जो कल तक साथ थे मेरे अपने कहाँ मिलेंगे”
ये जो हर शायर का हाल है,
मोहब्बत की ही तो मिसाल है।
कुछ बदल जाते हैं, कुछ मजबूर हो जाते हैं,
बस यूं लोग एक-दूसरे से दूर हो जाते हैं।
नजरों में दोस्तों की जो इतना खराब है,
उसका कसूर ये है कि वो कामयाब है।
सितम तो ये है कि ज़ालिम सुखन-सनास नहीं,
वो एक शख्स जो शायर बना गया मुझको।